Rajyasabha election 2024 result live:

यूपी राज्यसभा के 10 सटों पर चुनाव के परिणाम हुए Live: 8 सीटों पर बीजेपी और 2 सीटों पर सपा को जीत की सफलता मली।



राज्यसभा चुनाव में किस पार्टी को कितने सीटें मिली और कौन से प्रत्याशी कितने वोटो से हुए वजयी देखते हैं?


तेजवीर सिंह - 38 वोट
नवीन जैन- 38 वोट
रामजी लाल - 37 वोट
साधना सिंह - 38 वोट
संगीता बलवंत - 38 वोट
अमरपाल मौर्य- 38 वोट
आलोक रंजन - 19 वोट
जया बच्चन - 41 वोट
सुधांशु त्रिवेदी- 38 वोट
आरपीएन सिंह - 37 वोट

27 फरवरी मंगलवार को 15 राज्यों के 56 राज्यसभा सीटों पर चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली गई इनमें सबसे अधिक उत्तर प्रदेश राज्य से 10 सीटों के लिए चुनाव हुए हैं। इसमें कर्नाटक और हिमाचलप्रदेश राज्य भी शामिल हैं। इन तीनों राज्यों को मिलकर 15 सीटों पर चुनाव संपन्न हुए हैं।
हम आपको यह भी बताते चलें कि 12 राज्यों से 41 उम्मीदवार इससे पहले ही निर्वाचित हो चुकें हैं। इसमें देश-के बड़े-बड़े राजनेता भी शामिल रहे हैं। उनमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी हो या फिर भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा सभी ने अपनी दावेदरी पेश की है।

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चुनाव के बाद राज्यसभा में किस दल को कितना सीटें मिली आईए देखते हैं।

हम देख चुके हैं कि 15 राज्यों के 56 राज्यसभा सीटों पर चुनाव हुए हैं। वर्तमान समय में सीटों कि संख्या देखी जए तो बीजेपी राज्यसभा में 56 में से 30 सीटों पर कब्ज़ा जमाए हुए है, जिसमें से भाजपा के 20 उम्मीदवार सीधे तौर पर निर्विरोध चुने गए हैं। वही उत्तर प्रदेश से आठ उम्मीदवार, हिमाचलप्रदेश से एक उम्मीदवार तथा कर्नाटक से भी एक उम्मीदवार ने सफलता प्राप्त की है।

चलिए राज्यसभा की प्रणाली को आसान भाषा में समझने का प्रयास करते हैं -:
भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में राज्यसभा का चुनाव काफी महत्व रखता है। राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव राज्य विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्यों द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व के माध्यम से किया जाता है। लोकसभा के विपरीत, जहां प्रतिनिधि सीधे लोगों द्वारा चुने जाते हैं, राज्यसभा सदस्य भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करते हैं।राज्य सभा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। देश की विधायी प्रक्रियाओं के रूप में कार्य करता है।

राज्य सभा के सदस्य कैसे चुने जाते हैं?

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राज्यसभा भारतीय सदन की ऊपरी सदन कहलाती है। इसके सदस्य छह साल की अवधि के लिए चुने जाते हैं। इसमें से एक तिहाई सदस्य प्रत्येक दो साल में सेवानिवृत्त हो जाते हैं।

रोटेशन प्रणाली निरंतरता सुनिश्चित करती है और
ऊपरी कामकाज में स्थिरता बनाए रखती है। राज्यसभा होने का एक मुख्य लाभ यह है कि यह भारत की विविधता का प्रतिनिधित्व करती है। प्रत्येक राज्य को उसकी जनसंख्या के आधार पर सदन में एक निश्चित संख्या में सीटें आवंटित की जाती हैं। यह सुनिश्चित करता है कि राज्यों के हितों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व हो और उनकी आवाज़ राष्ट्रीय स्तर पर सुनी जाए। यह क्षेत्रीय दलों को निर्णय लेने की प्रक्रिया में अपनी बात रखने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है।

इसके अलावा, राज्यसभा लोकसभा की शक्तियों पर नियंत्रण का काम करती है। यह ऐसे किसी भी कानून में देरी कर सकता है और यहां तक कि उसे अस्वीकार भी कर सकता है जिसे वह राज्यों या पूरे देश के हितों के खिलाफ मानता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि सरकार के पास अनियंत्रित शक्तियाँ नहीं हैं और निर्णय सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श के बाद लिए जाते हैं।
हालाँकि, हाल के वर्षों में राज्यसभा की चुनाव प्रक्रिया को लेकर चिंताएँ व्यक्त की गई हैं। राजनीतिक दलों पर उम्मीदवारों के चयन में खरीद-फरोख्त और भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। इससे उच्च सदन की विश्वसनीयता और प्रभावशीलता में कमी आई है।

इन चिंताओं को दूर करने के लिए राज्यसभा की चुनाव प्रक्रिया में सुधार करना महत्वपूर्ण है। उम्मीदवारों के चयन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सख्त दिशानिर्देश लागू किए जाने चाहिए। राजनीतिक दलों को अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने से बचना चाहिए और उम्मीदवारों को उनकी योग्यता और सार्वजनिक सेवा के प्रति प्रतिबद्धता के आधार पर चुनने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

राज्यसभा भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था का एक अभिन्न अंग है। यह विधायी प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह सुनिश्चित करता है कि राज्यों के हितों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व हो। हालाँकि, उच्च सदन की विश्वसनीयता और प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए सुधारों की आवश्यकता है। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करके, हम अपने देश के लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूत कर सकते हैं और सुशासन के सिद्धांतों को कायम रख सकते हैं। आइए हम राज्यसभा को एक ऐसी संस्था बनाने का प्रयास करें जो वास्तव में भारतीय राष्ट्र की विविधता और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करती है।

                                                                                                                 यह लेखक के अपने विचार हैं।

मुझे बेहद सुखद अनुभूति हो रही है कि आप मेरे द्वारा लिखे गए इस लेख को पढ़कर जानकारी हासिल कर रहे हैं और अपने नॉलेज को बढ़ा रहे हैं। इस वेबसाइट पर विजिट करने के लिए आपको ढेर सारी शुभकामनाएं, आपका दिन मंगलमय हो।

यहां प्रस्तुत लेख में यदि किसी प्रकार की कमी महसूस हो तो आप मुझे निसमकोच मेल कर सकते हैं। तथा अपना सुझाव दे सकते हैं। इसके लिए मैं आपका आभारी रहूंगा।


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